गैंग्स ऑफ़ वासेपुर बतौर फ़िल्म कामयाब तो हुई है साथ ही साथ अपने फ़िल्म से जुड़े के लोगों लिए भी बड़ी फायदेमंद रही है. ज्यादातर फिल्में एक या दो कलाकार के लिए फायदेमंद साबित होती है लेकिन इस फ़िल्म ने कई जन को आगे बढ़ने का मौका दिया है.
फ़िल्म के निर्देशक अनुराग कश्यप जिन्होनें कई सालों से अपने लिए कार नहीं ली थी, उन्होनें आख़िरकार गैंग्स ऑफ़ वासेपुर की कामयाबी के बाद अपने लिए एक नयी XUV Mahindra कार खरीद ही ली.
हूमा क़ुरेशी की ये पहली फ़िल्म थी. फ़िल्म में अपनी अच्छी अदाकारी की वजह से उन्होनें और तीन फिल्में साइन भी कर ली. हूमा लव शव ते चिकन खुराना, एक थी डायन और एक ब्रिटिश फ़िल्म तृष्णा में काम करने वाली हैं.
ऋचा चड्डा को भी लगभग 11 प्रोजेक्ट्स के ऑफर मिले गैंग्स ऑफ़ वासेपुर के बाद जिसमें से एक मीरा नायर की फ़िल्म है. ऋचा ने इस फ़िल्म में अपने बेहतरीन अभिनय से सबको चौंका दिया है.
मनोज बाजपाई एक जाने माने कलाकार हैं. अपने अभिनय के लिए कई बार सराहे गए हैं. मनोज कई सालों से अपना खुद का एक प्रोडक्शन हाउस खोलने की कोशिश में लगे थे. गैंग्स ऑफ़ वासेपुर के बाद उन्होंने अपना प्रोडक्शन हाउस खोल लिया.
फ़िल्म की सफलता के बाद फ़िल्म की संगीत निर्देशक स्नेहा खानवलकर को भी बहुत से फ़िल्म के ऑफर्स मिल रहे हैं. इस फ़िल्म से स्नेहा को आज इंडस्ट्री में एक अपनी पहचान मिल गयी है. स्नेहा ने महनत काफी महनत भी की थी संगीत पर और उसी का फल आज उन्हें मिल रहा है.
सभी लोग बेहद खुश हैं इस फ़िल्म का हिस्सा बन कर. गैंग्स ऑफ़ वासेपुर एक अच्छा फ़िल्म साबित हो चुकी है और इससे ये बात तो सबके सामने है कि अगर अच्छी फ़िल्म से कोई जुड़ता है तो उससे जुड़े सभी लोगों को उसका लाभ ज़रूर मिलता है.
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