गहराई का अन्दाज़ा लगाने के लिए गहराई में जाना ही पडता है और ऐसा ही कुछ हुआ इमरान हाशमी के साथ जब उन्होंने पहली बार विशाल भार्द्वाज तथा बालाजी मोशन पिक्चर्स के बैनर तले बन रही फिल्म ‘एक थी डायन’ की स्क्रिप्ट पढी.
खुद को नास्तिक माननेवाले इमरान हाशमी डायन, जादु टोना तथा अलौकिक शक्तियों जैसी किसी भी बातों पर यकीन नहीं करते. हालांकि फिल्म ‘एक थी डायन’ साइन करने से पहले वह इस बात को सिरे से खारिज करते आ रहे थे कि इस तरह की बातें आज के आधुनिक 21वीं सदी में भी पाई जाती है.लेकिन फिल्म के निर्देशक कनन अय्यर ने ना सिर्फ इमरान को इन बातों पर यकीन दिलाया बल्कि उन्होंने इमरान के अपने अपार्टमेंट कॉम्प्लेक्स में ही कुछ ऐसे चिह्न भी दिखाये जो डायनों की परंपरा तथा जादु टोना जैसी बातों की तरफ इशारा करती थी.
निर्देशक कनन अय्यर का कहना है, ‘’आम तौर पर हम ऐसी बहुत सी चीजों को अपने आस पास घटित होते देखते हैं लेकिन जानकारी ना होने से हम उस तरफ कोई ध्यान नहीं देते. दरअसल हमारे देश में कई ऐसे समूह हैं जो इन परंपराओं में यकीन करते हैं और मौका मिलते ही ऐसे चिह्न छोड जाते हैं. इन चिह्नों का ज्ञान अच्छी तरह से सिर्फ इन्हें ही होता है. अपने रिसर्च के दौरान मैं कई ऐसे चिह्नों से गुज़रा हूं. जब मैंने इमरान के ही घर के आस पास इस तरह के चिह्न देखे तो मैंने उन्हें इमरान को दिखाया. हालांकि पहले पहल इमरान सकते में आ गये लेकिन आखिरकार उन्हें विश्वास हो ही गया. दरअसल हम सभी को रहस्य काफी पसन्द है. यही वजह है कि ना चाहते हुए भी काला जादू, डायन तथा भूतों की तरफ हम आकर्षित हो ही जाते हैं.’’
विशाल भार्द्वाज तथा बालाजी मोशन पिक्चर्स द्वारा निर्मित जादु टोनों तथा अलौकिक घटना पर आधारित फिल्म ‘एक थी डायन’ 19 अप्रैल को रिलीज़ हो रही है. इसके मुख्य कलाकार हैं इमरान हाशमी, कोंकणा सेन शर्मा और कल्कि कोचलिन.
खुद को नास्तिक माननेवाले इमरान हाशमी डायन, जादु टोना तथा अलौकिक शक्तियों जैसी किसी भी बातों पर यकीन नहीं करते. हालांकि फिल्म ‘एक थी डायन’ साइन करने से पहले वह इस बात को सिरे से खारिज करते आ रहे थे कि इस तरह की बातें आज के आधुनिक 21वीं सदी में भी पाई जाती है.लेकिन फिल्म के निर्देशक कनन अय्यर ने ना सिर्फ इमरान को इन बातों पर यकीन दिलाया बल्कि उन्होंने इमरान के अपने अपार्टमेंट कॉम्प्लेक्स में ही कुछ ऐसे चिह्न भी दिखाये जो डायनों की परंपरा तथा जादु टोना जैसी बातों की तरफ इशारा करती थी.
निर्देशक कनन अय्यर का कहना है, ‘’आम तौर पर हम ऐसी बहुत सी चीजों को अपने आस पास घटित होते देखते हैं लेकिन जानकारी ना होने से हम उस तरफ कोई ध्यान नहीं देते. दरअसल हमारे देश में कई ऐसे समूह हैं जो इन परंपराओं में यकीन करते हैं और मौका मिलते ही ऐसे चिह्न छोड जाते हैं. इन चिह्नों का ज्ञान अच्छी तरह से सिर्फ इन्हें ही होता है. अपने रिसर्च के दौरान मैं कई ऐसे चिह्नों से गुज़रा हूं. जब मैंने इमरान के ही घर के आस पास इस तरह के चिह्न देखे तो मैंने उन्हें इमरान को दिखाया. हालांकि पहले पहल इमरान सकते में आ गये लेकिन आखिरकार उन्हें विश्वास हो ही गया. दरअसल हम सभी को रहस्य काफी पसन्द है. यही वजह है कि ना चाहते हुए भी काला जादू, डायन तथा भूतों की तरफ हम आकर्षित हो ही जाते हैं.’’
विशाल भार्द्वाज तथा बालाजी मोशन पिक्चर्स द्वारा निर्मित जादु टोनों तथा अलौकिक घटना पर आधारित फिल्म ‘एक थी डायन’ 19 अप्रैल को रिलीज़ हो रही है. इसके मुख्य कलाकार हैं इमरान हाशमी, कोंकणा सेन शर्मा और कल्कि कोचलिन.
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