डॉली बताती हैं, “मेरे लिए वाकई यह बहुत बड़ी बात है. यह बात आपके हौसलों को बढ़ाने वाली है कि मुझे ध्यान में रखते हुए फिल्म की कहानी में फेरबदल किए गए. सशांत एक बेहतरीन डायरेक्टर हैं क्योंकि वे जानते हैं कि किस तरह ऐक्टर को उसका क्रिएटिव स्पेस दिया जाना है. इसी बात ने इस पूरे एक्सपीरियंस को शानदार बना डाला.”
वे बताती हैं, “जब मैंने पहली बार पटकथा सुनी तो मेरी खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहा. सशांत के मुझ पर इतने विश्वास ने मुझे नर्वस कर दिया था. यह जिम्मेदारी निभाना कोई आसान काम नहीं थी लेकिन मैंने इसे निभाने की पूरी कोशिश की.”
डॉली के लिए पटकथा में बदलाव करने के बारे में सशांत ने एक बार भी दोबारा नहीं सोचा और वे जानते थे कि डॉली के कंधों में इस फिल्म को बॉक्स ऑफिस पर ढोने का दम है. सशांत कहते हैं, ”वे एकदम नेचुरल ऐक्टर हैं, जिन्होंने पूरी फिल्म में मेरी मदद की है. उनके साथ काम का अनुभव अच्छा रहा और वे उन्हें लीड में लेने का हमारा फैसला एकदम सही था. ”
बजाते रहो ढेर सारे लोगों की जबरदस्त ठहाकों से भरी कहानी है और इसमें सयाने बाजी मार ले जाते हैं. शैतान से लड़ने का तरीका यही है कि ठग के साथ ठग बनकर ही पेश आया जाए. फिल्म में सभरवाल (रवि किशन) उद्यमी बनकर लोगों का धोखा देने का काम करता है. वह यह नहीं जानता कि उसके यह काम किस तरह से चार लोगों के जीवन पर असर डाल रहा हैः मिसेज बावेजा (डॉली आहलूवालिया), सुखी (तुषार कपूर), मिंटू हसन (विनय पाठक) और बल्लू (रणवीर शौरी). बस यहीं से शुरू होती है बदले की कहानी. मिसेज बावेजा कमान अपने हाथ में लेती हैं तो फिर शुरू होती है बहुत बुरे और कम बुरे के बीच की जंग. आखिर में सब कुछ अच्छा होता है, और आप यही कहेंगे बजाते रहो.
फिल्म को इरोज इंटरनेशनल ने मल्टी स्क्रीन मीडिया मोशन पिक्चर्स के साथ मिलकर प्रोड्यूस किया है. एमएसएम मोशन पिक्चर्स इस फिल्म के साथ प्रोडक्शन के क्षेत्र में कदम रख रही है. फिल्म 26 जुलाई को रिलीज होगी.
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें