कंगना की अपकमिंग फिल्म ,"रज्जो" का ट्रेलर तो आप लोगो ने अब तक कई बार देखा ही होगा। जिसमे पहली बार कंगना निभाने जा रही है एक ऐसा किरदार , जिसे निभाना हर दौर की हेरोइन के लिए किसी चैलेंज से कम नहीं होता। ये तो आपको पता ही होगा कि कंगना इस फिल्म में एक मुजरे वाली के किरदार में नजर आने वाली है। लेकिन शायद आपको ये नहीं पता कि कर्ली बालो वाली इस खुबसूरत हसीना को रज्जो बनने के लिए कितने पापड़ बेलने पड़े। कंगना को इस किरदार को अपने चरित्र में पूरी तरह घोलने के लिए हर वो रास्ता अपनाना पड़ा जो की किसी भी पब्लिक फिगर के लिए आसान नहीं होता। ये तो सभी जानते है की अपने किरदार में पूरी तरह घुसने के लिए हीरो हेरोइन को कितनी मेहनत करनी पड़ती है। कई कई बार पुरे महीने या उससे भी ज्यादा वक़्त उनको शूटिंग के अलावा भी , हमेशा अपने किरदार को परदे पर अच्छी तरह से उतारने के लिए।
असल ज़िन्दगी में भी उस चरित्र को अपनाये रखना पड़ता है। तब जा कर कही आता है वो परफेक्शन जो हर सितारा अपने काम में चाहता है। अगर कंगना की बात करे तो कंगना को अपनी आने वाली फिल्म रज्जो में एक मुजरे वाली के किरदार को अच्छी तरह से समझने के लिए ,कई बार रेट लाईट ऐरिया के चक्कर काटने पड़े। कंगना इस कदर अपने किरदार को लेकर संजीदा थी ,कि कभी एक दम सुबह सूरज निकलने से पहले , तो कभी मुंबई के पूरी तरह से सो जाने के बाद , तो कभी भरी दोपहर में वो रोज एक न एक बार ऐसी जगह के चक्कर लगाती रहती थी जिससे उन्हें एक मुजरे वाली के किरदार को समझने में मदद मिले । कभी बुरखा पहन कर तो कभी रूप बदल कर कभी ऑटो से तो कभी पैदल ही कंगना ने कई बार रेड लाईट एरिया के चक्कर काटे। वहां की रोज मर्रह की जिंदगी को समझने के साथ वहां की हर एक चीज पर पूरी तरह से नजर रक्खी। जो की किसी भी किरदार को अच्छी तरह से समझने के लिए एक अच्छे अभिनेता या अभिनेत्री की निशानी भी है। यही नहीं कंगना अपनी पहचान छुपाने के लिए कई बार ऐसे रूप में होती थी, की कई बार उन्हें करीब से जानने वाले भी कंगना को पहचान नहीं पाते थे।
खैर कंगना कहा जाता है की मेहनत का फल हमेशा मीठा होता है , और आपकी लगन और मेहनत देख कर तो ऐसा ही लग रहा है १५ नवम्बर को जब आपकी फिल्म रिलीज होगी तो इसका फल भी आपको साथ मिल ही जाएगा। वैसे भी मेहनत किसी की भी हो कभी बेकार नहीं जाती।
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