नाज़िया और मजाज़
दोनों के परिवार बचपन में लखनऊ में एक दूसरे के पड़ोस में रहते हैं।
मजाज़ की दोस्ती नाज़िया से हो जाती है लेकिन किन्ही कारणों से नाज़िया का परिवार लखनऊ से बाहर चला जाता है। ऐसे ही समय गुज़रता जाता है, मजाज़ आगरा के कालेज में अपनी पढ़ाई कर रहे हैं वहीं नाज़िया अलीगढ़ में
पढ़ाई कर रही है। अलीगढ़ छात्रावास की
लड़कियों का एक ग्रुप
पत्रिका के
संपादक के रूप में नौकरी लग जाती है। लेकिन मजाज़ के कुछ अलग रवैये की वजह से जल्दी
ही उसकी नौकरी छूट जाती है। नाराज़ हो कर, नाज़िया के पिता उसका निकाह एक अमीर लड़के से कर देते हैं। क्या होता है नाज़िया
के निकाह के बाद ? क्या फिर कभी नाज़िया
और मजाज़ मिल पाते हैं ? या मुहब्बत ऐसे ही दमतोड़ देती है या
दोनों प्रेमी मिल जाते हैं ? ड्रीम
मर्चेंट फिल्म्स के बैनर में बनी इस फिल्म के लेखक और निर्माता
हैं शक़ील अख्तर निर्देशक हैं रविन्दर सिंह, कलाकार हैं प्रियांशु चटर्जी , रश्मि शर्मा , नीलिमा अज़ीम,
शाहाब खान और अनस खान आदि। इस फिल्म में कुल १२गीत, ग़ज़ल और नज़्म हैं जिन्हें सोनू निगम, अल्का याज्ञनिक और खुद तलत अज़ीज़ ने गाया है संगीत भी
तलतअज़ीज़ ने ही दिया है
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