नो वन किल्ड जेस्सिका में बहतरीन अदाकारी के बाद रानी मुखर्जी अब अय्या में अपने जलवे बिखेरेंगी. ज़ाहिर सी बात है कि रानी जैसी बढियां कलाकार कोई भी फ़िल्म करेंगी तो वो फ़िल्म अच्छी होनी ही है. अय्या फ़िल्म भी रानी ने लीग से हटकर ही चुना है. वो अपने किरदार के साथ कुछ नया करना चाहती थीं.
रानी अपनी आने वाली फ़िल्म अय्या भारत के सभी मध्यवर्गीय परिवारों को समर्पित करना चाहती हैं. अय्या कहानी है एक ऐसे मध्यवर्गीय परिवार की है जो कि भारत के किसी आम परिवार को दर्शाता है. इसमें एक माँ है जिसे हर वक़्त अपने बच्चों की और परिवार की चिंता लगी रहती है, एक खुले विचारों वाले पिता हैं, एक मस्तीखोर भाई है और एक दादी जो इस दुनिया से परे हैं. रानी इस परिवार की बड़ी बेटी हैं. खासकर अपनी दादी की लाडली हैं. रानी का परिवार उनके लिए एक दूल्हा ढूँढ रहे हैं जो कि उनकी लाडली का अच्छे से ख्याल रख सके. घर की बच्ची की शादी ही परिवार का सबसे बड़ा सपना होता है. बस इसी सपने को पूरा करने में रानी का परिवार भी दिलों जान से लगा रहता है.
रानी इस फ़िल्म को करने के लिए बेहद उत्साहित थीं क्यूंकि उनके हिसाब से इस फ़िल्म के ज़रिये उन्हें कई परिवारों से जुड़ने और उनके दिल में घर कर जाने का मौका मिलेगा. रानी खुद भी एक मध्यवर्गीय परिवार से ही आज इतनी ऊंचाई तक पहुँच पायी हैं. एक मध्यवर्गीय परिवार की भावनाओं को ये भलीभांति समझती हैं. उनके बीच के प्यार और जुड़ाव से ये अच्छी तरह से वाकिफ हैं. रानी खुद भी अपने परिवार के बहुत नज़दीक हैं. और जुहू में वो उनके साथ रहती हैं.
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