सोनम कपूर कितने खुले दिल वाली राजकुमारी हैं, ये बात उन्होंने एक बार फिर से साबित कर दिखाया है। और इस बार तो राजकुमारी सांता क्लॉज़ बन कर सबके सामने आयीं छोटे छोटे बच्चों की मदद करने। जल्द ही क्रिसमस आने वाला है और इसी मौके पर सोनम अपनी ओर से कुछ परोपकार करना चाहती थीं।
सोनम ने अपने 50 कपड़े चैरिटी में दिए हैं। इनमें उनके ग्लैमरस पहनावे से लेकर सिंपल पहनावे तक का कलेक्शन है। सोनम एक फैशन डीवा के नाम से भी जानी जाती हैं। उससे ज़ाहिर होता है कि उनके कपड़ों के कलेक्शन कितने बहरीन होएंगे। उनकी कीमत 1500 से लेकर 10000 तक के बीच होगी जिन्हें सोनम ने लाखों में खरीदा था।
सोनम के कपड़ों में अधिकतर कपड़े ऐसे हैं जिन्हें सोनम ने एक बार भी नहीं पहना है। यहाँ तक कि उनकी माँ ने उन्हें टोका भी कि जो कपड़े एक दम नए हैं और एक बार पहना तक नहीं है वो क्यूँ दे रहीं हैं, लेकिन सोनम ठहरी राजकुमारी और उनका मानना है कि अगर किसी के लिए कुछ करना है तो दिल खोल कर करना चाहिए। इनसे मिली सारी रकम स्माईल संस्था को जाएगी। ये संस्था भारत के 25 राज्यों में असाहरा बच्चों और युवाओं के लिए चैरिटी द्वारा उनकी सहायता करता है।
राजकुमारी सोनम का ये छोटा सा कदम और उससे मिली रकम से एक साल तक कम से कम 25 बच्चों को शिक्षा दिलाने में मदद करेगा। सोनम खुद को खुशनसीब मानती हैं कि उन्हें एक बढ़ियाँ काम करने का मौका मिल रहा है। अपने इस योगदान से वो कुछ चहरों पर मुस्कान ज़रूर ले आएँगी।
सोनम का कहना है "मैं बहुत खुश हूँ कि मैंने अपनी तरफ से एक छोटा सा योगदान किया है और मेरी कोशिश अब से यही रहेगी कि हर साल मैं इस संस्था के लिए कुछ बहतर करती जाऊं।"
सोनम ने अपने 50 कपड़े चैरिटी में दिए हैं। इनमें उनके ग्लैमरस पहनावे से लेकर सिंपल पहनावे तक का कलेक्शन है। सोनम एक फैशन डीवा के नाम से भी जानी जाती हैं। उससे ज़ाहिर होता है कि उनके कपड़ों के कलेक्शन कितने बहरीन होएंगे। उनकी कीमत 1500 से लेकर 10000 तक के बीच होगी जिन्हें सोनम ने लाखों में खरीदा था।
सोनम के कपड़ों में अधिकतर कपड़े ऐसे हैं जिन्हें सोनम ने एक बार भी नहीं पहना है। यहाँ तक कि उनकी माँ ने उन्हें टोका भी कि जो कपड़े एक दम नए हैं और एक बार पहना तक नहीं है वो क्यूँ दे रहीं हैं, लेकिन सोनम ठहरी राजकुमारी और उनका मानना है कि अगर किसी के लिए कुछ करना है तो दिल खोल कर करना चाहिए। इनसे मिली सारी रकम स्माईल संस्था को जाएगी। ये संस्था भारत के 25 राज्यों में असाहरा बच्चों और युवाओं के लिए चैरिटी द्वारा उनकी सहायता करता है।
राजकुमारी सोनम का ये छोटा सा कदम और उससे मिली रकम से एक साल तक कम से कम 25 बच्चों को शिक्षा दिलाने में मदद करेगा। सोनम खुद को खुशनसीब मानती हैं कि उन्हें एक बढ़ियाँ काम करने का मौका मिल रहा है। अपने इस योगदान से वो कुछ चहरों पर मुस्कान ज़रूर ले आएँगी।
सोनम का कहना है "मैं बहुत खुश हूँ कि मैंने अपनी तरफ से एक छोटा सा योगदान किया है और मेरी कोशिश अब से यही रहेगी कि हर साल मैं इस संस्था के लिए कुछ बहतर करती जाऊं।"
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