रविवार, 29 मई 2016

चला गया 'नुक्कड़' का 'दुखिया'

नुक्कड़ के दुखिया नहीं रहे।  सईद मिर्ज़ा, अज़ीज़ मिर्ज़ा और कुंदन शाह की तिकड़ी के सीरियल नुक्कड़ में  दुखिया  का किरदार  करने वाले अभिनेता सुरेश चटवाल का आज लम्बी बिमारी के बाद निधन हो गया।  सुरेश को नुक्कड़ के दुखिया के रूप में घर घर पहचाना जाने लगा था।  लेकिन, बड़े परदे पर इस सीरियल से कहीं पहले पहचाने जाने लगे थे।  उन्होंने नुक्कड़ से डेढ़ दशक पहले ही हिंदी फिल्म  राखी राखी (१९६९) से  अभिनय के क्षेत्र  में कदम रख दिया था।  लेकिन, उन्हें पहचान मिली फिल्म प्यासी शाम में फ़िरोज़ खान के दोस्त के किरदार से।  सुरेश चटवाल ने ज़्यादातर ऎसी ही भूमिकाएं की।  भूमिकाएं चाहे कितनी छोटी रही हों, उन्होंने दर्शकों का ध्यान खींचा।  नुक्कड़ से पहले तक उनके खाते में उपहार, पिया का घर, मेरे भैया, कुंवारा बदन, आइना, प्राण जाये पर वचन न जाये, मिली, तुम्हारे लिए, सितारा, आहिस्ता आहिस्ता, नरम गरम, यह तो कमाल हो गया, सारांश, आदि फ़िल्में  दर्ज़ हो गई थी। नुक्कड़ के ख़त्म होने के बाद १९८७ से वह फिर फिल्मों में व्यस्त हो गए।  उन्होंने आवाम, आज, शिव शक्ति, थानेदार, इंद्रजीत, लम्बू दादा, फूल और कांटे, जान से प्यारा, धरतीपुत्र, बेताज बादशाह, करण  अर्जुन, कोयला, मुन्नाभाई एमएमबीएस, आदि सहित कुल ९६ फिल्मों में विभिन्न भूमिकाएं की।  कोई दो साल पहले वह टीवी सीरीज एफआईआर और उससे पहले अदालत में नज़र आये।  उनकी आखरी कुछ फ़िल्में अतिथि तुम कब जाओगे, कुछ करिये, द कैंप और नक्षत्र २०१० में रिलीज़ हुई थी।  उन्हें श्रद्धांजलि। 

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