सूफी गायक कैलाश खेर के लिए यह दीवाली बहुत ही शुभ है क्योंकि अभी दो दिन बचे हैं दीवाली में और पद्म श्री पुरस्कार में उनके नाम के नामांकन की खबर भी मिली है. अपनी इस ख़ुशी को अपने चाहने वालों के साथ बांटते हुए वो कहते हैं "यह सब मेरे चाहने वालों के प्यार व दुआओं का ही असर है मैं सभी का धन्यवाद करता हूँ दीवाली का उत्सव मेरे लिये बहुत ही अहम् है और अवार्ड के लिए मेरे नाम के नामांकन ने इसे और भी महत्त्व का बना दिया है. मैं अपने हरेक दिन को उत्सव की तरह मनाता हूँ और अपने प्रशंसकों से भी यही कहता हूँ की वो भी ऐसा ही करे. त्यौहार पर सारा परिवार एक साथ एकत्र होता है तो अच्छा लगता है . मैं पारम्परिक तरीके के साथ दीवाली मनाना पसंद करता हूँ इस दिन घर में परिवार के साथ पूजा करता हूँ."
कैलाश खेर कहते हैं कि "पहले मैं नही पटाखे जलाता था लेकिन अब कबीर की वजह से फुलझड़ी व अनार जैसे पटाखे जलाऊंगा. अपने प्रशंसकों को दीवाली की शुभ कामनाये देते हुए वो कहते हैं कि," दीवाली की बहुत - बहुत शुभ कामनाये देता हूँ और चाहता हूँ की मेरी तरह वो भी अपनी जिन्दगी का हर दिन दीवाली के जश्न की तरह मनाये व खुश रहें ."
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